बिग ब्रेकिंग, CAPF जवानों व पेंशनधारको के लिए खुशखबरी, केंद्र सरकार ने दिया तोहफा

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) जैसे बीएसएफ (BSF), सीआरपीएफ (CRPF), एसएसबी (SSB), सीआईएसएफ (CISF) और असम राइफल्स जैसे बलों में तैनात जवान देश की सुरक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर करते हैं। परंतु जब कोई जवान शहादत को प्राप्त होता है, तो उनके परिवार के लिए सरकारी सहायता और पेंशन तक पहुँचना अक्सर बेहद मुश्किल और देर से होने वाला काम होता है।

इसी दर्द को समझते हुए भारत सरकार के पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DOPPW) ने एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसे कहा गया है – ‘संबल योजना डैशबोर्ड’

CAPF के लिए क्या है ‘संबल योजना डैशबोर्ड’?

यह एक रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम है, जिसे शहीद हुए जवानों के परिवारों को समय पर और पूरी जानकारी के साथ पेंशन पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। इस डैशबोर्ड के ज़रिए संबंधित बलों को यह निर्देश दिया गया है कि जैसे ही किसी जवान की शहादत होती है, तुरंत उनके और उनके परिवार की पूरी जानकारी डैशबोर्ड पर दर्ज की जाए।

डैशबोर्ड से क्या-क्या मॉनिटर किया जाएगा?

  1. ✅ परिवार पेंशन क्लेम फॉर्म भरने की प्रक्रिया
  2. 🏦 परिवार के सदस्य का बैंक खाता खुलवाना
  3. 💰 पहली पेंशन की तिथि — कब खाते में आई
  4. ☎️ टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-11-1960 – शिकायत व जानकारी के लिए
  5. 👩‍💼 परिवार के सदस्यों को वैकल्पिक रोजगार से जोड़ने की स्थिति

मास्टर फैसिलिटेटर्स के लिए विशेष ट्रेनिंग कैम्प

CAPF बलों के भीतर ही कुछ अधिकारियों को ‘मास्टर फैसिलिटेटर’ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये अधिकारी शहीदों के परिवारों से सीधे संपर्क कर उन्हें पेंशन, लाभ और अन्य जरूरी दस्तावेजों की जानकारी देंगे और प्रक्रिया में सहायता करेंगे।

कौशल विकास मंत्रालय की मदद से रोज़गार के अवसर

सिर्फ पेंशन ही नहीं, सरकार ने शहीदों के परिवारों की आर्थिक आत्मनिर्भरता पर भी ध्यान दिया है। इसके लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय को इस योजना में जोड़ा गया है। वह अपने ‘SANKALP’ (Skills Acquisition and Knowledge Awareness for Livelihood Promotion) प्रोजेक्ट के माध्यम से परिवार के सदस्यों को प्रशिक्षण देगा ताकि वे कोई व्यवसाय या नौकरी कर सकें।

एक संवेदनशील प्रयास, जो देश की ज़मीन से जुड़े परिवारों के लिए है

हमारे अधिकतर CAPF जवान ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके परिवारों को सरकारी प्रक्रियाओं की जानकारी कम होती है। यही कारण है कि यह डैशबोर्ड, ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट का मिला-जुला प्रयास उनके जीवन को आसान बनाने की दिशा में एक संवेदनशील और प्रभावी कदम है।

✍️ निष्कर्ष

CAPF के शहीदों के परिवारों को समय पर सहायता मिलना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि देश की तरफ से सम्मान की भावना होनी चाहिए। ‘संबल योजना डैशबोर्ड’ इसी भावना की सच्ची मिसाल है। पेंशन के साथ-साथ यदि रोज़गार और सम्मान भी मिले, तो यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी उन वीर सपूतों को, जिन्होंने देश के लिए प्राण न्योछावर कर दिए।

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