पेंशनभोगियों ने ठाना, हमारी बात नहीं, तो आपको हमारी वोट नहीं! – अब हम खामोश नहीं रहेंगे।

देश की सेवा करने वाले हम पेंशनधारकों की आवाज़ को आखिर कब तक अनसुना किया जाएगा? हमने अपनी जवानी देश को दी, अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से निभाया, और अब जब हम अपने हक़ की बात करते हैं, तो हमें सिर्फ़ वादाखिलाफ़ी और उपेक्षा मिलती है।

“सम्मान कोई एहसान नहीं होता, और न्याय कोई दान नहीं। ये हमारा अधिकार है!”

पेंशनधारको की समस्याएं जो आज भी अनसुलझी हैं

  • पेंशन संशोधन वर्षों से लंबित
  • स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच सीमित
  • पुराने और नए पेंशनरों के बीच असमानता
  • न्यायालयों के फैसलों को उल्टा कर देना – हमारे अधिकारों का मज़ाक!

क्या यह उस पीढ़ी के साथ न्याय है, जिसने अपना पूरा जीवन इस देश को मजबूत बनाने में लगा दिया?

हम कोई आम संख्या नहीं हैं…

देशभर में 2 करोड़ से अधिक पेंशनर्स हैं।
हर पेंशनर के पास औसतन 5 वोट हैं।
यानी हम 10 करोड़ से ज़्यादा वोटों का प्रभाव रखते हैं।

तो अब हमारी आवाज़ दबेगी नहीं।
अब हम कह रहे हैं —

“हमारी बात नहीं, तो आपको हमारी वोट नहीं!”
“No Voice, No Vote!”

अब हम खामोश नहीं बैठेंगे!

हर पेंशनर अब जाग चुका है।
अब हम सोशल मीडिया पर अपनी बात रखेंगे।
अब हम जनप्रतिनिधियों से जवाब मांगेंगे।
अब हम अपने हक और सम्मान के लिए एकजुट होंगे।

“जो हमारी सुनेंगे, हम उन्हें चुनेंगे।”
“जो हमारी बात को नजरअंदाज करेंगे, हम उन्हें वोट नहीं देंगे।”

📢 अपील सभी पेंशनधारकों से:

इस बार वोट देने से पहले सोचिए –
किसने आपकी समस्याओं को समझा?
किसने आपके लिए संसद में आवाज़ उठाई?
किसने सिर्फ वादे किए, और किसने उन्हें निभाया?

📱 सोशल मीडिया पर चलाएं अभियान:

Twitter, Facebook, WhatsApp पर साझा करें
हैशटैग लगाएं:
#HamariBaatNahiToVoteNahi
#NoVoiceNoVote
#PensionersUnite
अपने जनप्रतिनिधियों को टैग करें
अपना वीडियो मैसेज रिकॉर्ड करें – “मैं एक पेंशनर हूं, मेरी बात नहीं, तो आपको मेरी वोट नहीं!”

हम पेंशनर हैं, मजबूर नहीं!

हम वही हैं जिन्होंने इस सिस्टम को खड़ा किया।
अब हम मांग रहे हैं – सम्मान, समानता और न्याय।
और अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो…

“No Voice, No Vote!”
“Hamari Baat Nahi, Toh Aapko Hamari Vote Nahi!

5 thoughts on “पेंशनभोगियों ने ठाना, हमारी बात नहीं, तो आपको हमारी वोट नहीं! – अब हम खामोश नहीं रहेंगे।”

  1. We are the creator of the system and draw line for the forthcoming generation….. Don’t vote to the Government who ignore us

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  2. I am retired from private company I am taking very less pension jo party hamari baat sunagi hum usko vote dalaga hum sab ko ak sath karna h🙏🙏

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  3. हमने आज तक किसी दूसरी पार्टी को वोट नहीं दिया है। अबकी बार सरकार का पेंशनभोगियों के प्रति अच्छा रसूक नहीं है। अगर अबकी बार अनदेखा किया गया तो दूसरी पार्टी ही सरकार बनाएगी। और हम अपनी वोट की ताकत से सरकार बना भी सकते हैं और उखाड़ भी सकतें हैं।

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