देशभर में सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की CGHS (Central Government Health Scheme) योजना एक अहम भूमिका निभाती है। लेकिन हाल ही में इस योजना से जुड़ा एक गंभीर मुद्दा सामने आया है, जिससे सेवानिवृत्त कर्मचारी खासे परेशान हैं। NC-JCM Staff Side की तरफ से इस मुद्दे को केंद्र सरकार के साथ 63 वी स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में उठाया गया, जिस पर सरकार ने बहुत ही बड़ा फैसला लिया है। तो चलिए पूरी खबर जान लेते है।
ऑनलाइन भुगतान तो हुआ, लेकिन CGHS अकाउंट में नहीं पहुंचा पैसा
कई सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने यह शिकायत की है कि उन्होंने bharatkosh.gov.in पोर्टल के माध्यम से CGHS कार्ड के लिए ऑनलाइन भुगतान किया, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण यह राशि CGHS के खाते में दर्ज ही नहीं हुई। ऐसे में ना तो उन्हें कार्ड मिल पा रहा है और ना ही इलाज की सुविधा।
समस्या कहां है?
असल में, bharatkosh.gov.in एक सरकारी पेमेंट गेटवे है जिसका उपयोग विभिन्न सेवाओं के लिए शुल्क जमा करने में किया जाता है। लेकिन जब बात CGHS कार्ड के भुगतान की आती है, तो यह राशि कई बार तकनीकी कारणों से सही ढंग से CGHS सिस्टम में अपडेट नहीं हो पा रही है। इससे रिटायर्ड कर्मचारियों को भटकना पड़ता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मानी समस्या
यह मुद्दा जब कर्मचारी संगठनों ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health & Family Welfare) के सामने उठाया, तो मंत्रालय ने भी इस तकनीकी गड़बड़ी को स्वीकार किया। मंत्रालय की ओर से बताया गया कि वे इस समस्या को स्थायी रूप से हल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
नया समाधान: CGHS एप्लिकेशन में ही जोड़ा जाएगा पेमेंट सिस्टम
मंत्रालय ने जानकारी दी कि अब CGHS कार्ड के आवेदन प्रक्रिया में ही bharatkosh पेमेंट गेटवे को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा जाएगा, जिससे अलग-अलग सिस्टम में डाटा मिसमैच की समस्या न हो और पूरा प्रोसेस स्वचालित हो जाए। यह काम Controller General of Accounts (CGA) के सहयोग से किया जा रहा है।
पुराने मामलों के लिए विशेष उपाय
उन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए जिनकी राशि कट चुकी है लेकिन CGHS अकाउंट में नहीं दिख रही, स्वास्थ्य मंत्रालय ने तय किया है कि:
- कर्मचारी संगठन ऐसे मामलों की सूची बनाकर मंत्रालय को सौंपेंगे।
- मंत्रालय की ओर से एक नोडल अधिकारी की जानकारी साझा की जाएगी, जिससे संबंधित कर्मचारी सीधे संपर्क कर सकें।
निष्कर्ष
CGHS जैसी योजनाएं जब तकनीकी बाधाओं के कारण प्रभावित होती हैं, तो इसका सीधा असर देश के उन बुजुर्ग नागरिकों पर पड़ता है जो अपने कार्यकाल के बाद एक सुरक्षित स्वास्थ्य सेवा की अपेक्षा रखते हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाएगी और CGHS कार्ड से जुड़ी तकनीकी समस्याएं पूरी तरह खत्म होंगी।
नोट: यदि आप भी CGHS कार्ड के लिए भुगतान कर चुके हैं लेकिन कार्ड नहीं मिला है, तो अपने विभाग या यूनियन से संपर्क करें और अपनी समस्या सूची में दर्ज करवाएं।