EPS-95 पेंशनर्स की उपेक्षा: क्या सरकार और EPFO को जवाबदेह ठहराया जाएगा
EPS-95 के पेंशनर्स सालों से सरकार और EPFO के दरवाज़े खटखटा रहे हैं—उम्मीद के साथ, भरोसे के साथ। लेकिन जो मिला, वह सिर्फ आश्वासन था—बार-बार के वादे और कोई ठोस परिणाम नहीं। देश की सबसे कमजोर और उपेक्षित पेंशनभोगी आबादी को मात्र ₹1000-₹2000 की पेंशन में गुज़ारा करना पड़ता है, जबकि प्रधानमंत्री कोरोना काल में … Read more