पेंशनभोगियों ने ठाना, हमारी बात नहीं, तो आपको हमारी वोट नहीं! – अब हम खामोश नहीं रहेंगे।

No voice no vote

देश की सेवा करने वाले हम पेंशनधारकों की आवाज़ को आखिर कब तक अनसुना किया जाएगा? हमने अपनी जवानी देश को दी, अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से निभाया, और अब जब हम अपने हक़ की बात करते हैं, तो हमें सिर्फ़ वादाखिलाफ़ी और उपेक्षा मिलती है। “सम्मान कोई एहसान नहीं होता, और न्याय कोई … Read more